Sunday, February 19, 2012

Looking back-

अभी अलविदा मत कहो दोस्‍तों ना जाने कहाँ फिर मुलाकात हो
ना जाने कहाँ फिर मुलाक़ात हो क्योंकि
बीते हुए लम्हो की कसक साथ तो होगी
बीते हुए लम्हो की कसक साथ तो होगी
ख्वाबों ही मे हो चाहे मुलाकात तो होगी
बीते हुए लम्हो की कसक साथ तो होगी
ख्वाबों ही मे हो चाहे मुलाकात तो होगी
बीते हुए लम्हो की कसक साथ तो होगी
ये प्यार मे डूबी हुई रंगीन फजाएँ
ये प्यार मे डूबी हुई रंगीन फजाएँ
ये चेहरे, ये नज़रें, ये जवान रुत, ये हवाएँ
हम जाएँ कहीं इनकी महक साथ तो होगी
हम जाएँ कहीं इनकी महक साथ तो होगी!
बीते हुए लम्हो की कसक साथ तो होगी
ख्वाबों ही मे हो चाहे मुलाक़ात तो होगी!
फूलों की तरह दिल मे बसाए हुए रखना
फूलों की तरह दिल मे बसाए हुए रखना
यादों के चरगों को जलाई हुए रखना
लंबा है सफ़र इसमे कहीं रत तो होगी!
लंबा है सफ़र इसमे कहीं रत तो होगी!
ख्वाबों ही मे हो चाहे मुलाक़ात तो होगी!
बीते हुए लम्हो की कसक साथ तो होगी!

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